दिमाग खाने वाले 'अमीबा' यह  नेगलेरिया फाउलेरी नामक अमीबा के जरिये फैलता है।

यह अमीबा मुख्य रूप से झीलों, नदियों के ताजे पानी में रहता है।

यह नाक के जरिये शरीर में प्रवेश करता है।  

इस अमीबा के जरिये ब्रेन इंफेक्शन  होता है

केरल में दिमाग खाने वाले 'अमीबा' से मस्तिष्क संक्रमण के कारण एक 15 साल के युवक की मौत हो गयी है।

वह युवक 'प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस' (पीएएम) से संक्रमित था।