शिवना तट छत्री घाट रतनगढ़ वीर बालाजी मंदिर भाऊगढ
शिवना नदी के तट पर मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा पर बसा बालाजी महाराज का एक दिव्य मंदिर जहां प्रभु का पूर्वमुखी बाल स्वरुप विराजमान है, साथ ही शिवना माता जी की मूर्ति भी स्थित है। शिवना मैय्या की यह मूर्त संभवतः एक मात्र सिर्फ इसी मंदिर में है ।
रतनगढ़ वीर बालाजी का यह भव्य मंदिर ग्राम भाऊगढ जिला मंदसौर में स्थित है,
किन्तु मंदिर राजस्थान की सीमा में है जहां जिला प्रतापगढ़ तहसील अरनोद लगती है।
मंदिर की स्थापना श्री शंकरलालजी सोनी (भक्त पूरनमल) द्वारा सन 1962 में की गयी थी। जो भाऊगढ के निवासी थे शिवना नदी का तट एवं आसपास के प्राकृतिक दृश्य स्थान को आकर्षक और भक्तों को आत्मिक शान्ति और आध्यात्मिकता की औऱ ले जाते है। यहाँ समय समय पर हवन भजन कीर्तन और भक्तों द्वारा अपने स्तर पर भोजन प्रसादी का आयोजन होता रहता है, हर वर्ष दीपावली की दूसरे दिन गोवेर्धन पूजा वाले दिन अन्नकोट पर यहां महाआरती व प्रसादी का वितरण होता है। ग्राम के निवासी हर्षोउल्लास के साथ पठाके चलाते है व दर्शन का लाभ लेते है नवरात्री में अखंड ज्योत का आयोजन अष्टमी पर हवन आदि का आयोजन होता है मंदिर क्षेत्र में दो बार श्रीमद भागवत जी की कथा स्वामी श्री नित्यानंद जी महाराज के मुखारविंद से आयोजन भी संपन्न है